आज के दौर में लोन लेना और उसे समय पर चुकाना एक आम प्रक्रिया बन गई है। चाहे वह पर्सनल लोन हो, होम लोन, या बिजनेस लोन, हर प्रकार के लोन के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है CIBIL Score। यह स्कोर हमारे वित्तीय व्यवहार और क्रेडिट हिस्ट्री का एक प्रतिबिंब होता है, जो बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए यह तय करने में मदद करता है कि किसी व्यक्ति को लोन दिया जाना चाहिए या नहीं।
लेकिन यदि कोई व्यक्ति समय पर लोन चुकाने में असमर्थ होता है, तो यह स्कोर प्रभावित होता है। आइए जानते हैं कि Loan डिफॉल्ट होने पर CIBIL Score कितने समय तक खराब रहता है और इसके बारे में नए नियम क्या हैं।
CIBIL Score क्या है?
CIBIL (Credit Information Bureau (India) Limited) Score एक त्रिकोणीय संख्या है, जो 300 से 900 तक होती है। यह स्कोर किसी भी व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री को रेट करता है। अधिकतर बैंकों और NBFCs के लिए 750 या उससे अधिक का स्कोर आदर्श माना जाता है। यदि आपका स्कोर 750 से अधिक है, तो आपको लोन मिलने की संभावना अधिक होती है, जबकि कम स्कोर होने पर बैंक या वित्तीय संस्थान लोन देने में हिचकिचाते हैं।
Loan Default और CIBIL Score पर प्रभाव
जब कोई व्यक्ति समय पर लोन की EMI नहीं चुकाता है या उसके द्वारा ली गई लोन की राशि को निर्धारित समय में नहीं चुकाया जाता, तो इसे डिफॉल्ट कहा जाता है। लोन डिफॉल्ट करने से CIBIL Score पर बुरा असर पड़ता है। जितनी बार कोई व्यक्ति EMI चुकाने में चूकता है, उसकी क्रेडिट रिपोर्ट पर एक नेगेटिव एंट्री जुड़ जाती है, जिससे CIBIL Score में कमी आ जाती है।
CIBIL Score कितने समय तक खराब रहता है?
CIBIL Score खराब होने के बाद इसे सुधारने में समय लगता है। आमतौर पर, एक नेगेटिव एंट्री क्रेडिट रिपोर्ट में सात साल तक रहती है। इसका मतलब यह है कि अगर आपने किसी लोन का भुगतान समय पर नहीं किया है या EMI मिस की है, तो वह जानकारी आपकी रिपोर्ट में सात साल तक दिखाई देगी, और इसका प्रभाव CIBIL Score पर बना रहेगा।
नए नियम और सुधार के उपाय
हाल के नियमों में कुछ प्रमुख बदलाव इस प्रकार हैं:
- सुधार के लिए पुनर्गठन योजनाएं: यदि किसी व्यक्ति के लोन का भुगतान COVID-19 या किसी अन्य कारण से प्रभावित हुआ है, तो अब वह अपने लोन का पुनर्गठन करवा सकता है।
- नेगेटिव एंट्री हटाने के प्रावधान: बैंकों के साथ समझौते के बाद, यदि लोन को सेटल किया जाता है, तो कुछ खास शर्तों के तहत नेगेटिव एंट्री को हटाने का विकल्प होता है।
- पेमेंट हिस्ट्री सुधारने के उपाय: CIBIL अब उन उपभोक्ताओं के लिए कुछ नई योजनाएं लागू कर रहा है, जो अपनी पेमेंट हिस्ट्री सुधारना चाहते हैं।
CIBIL Score सुधारने के टिप्स
- समय पर EMI चुकाएं: हमेशा अपने लोन की EMI और क्रेडिट कार्ड का भुगतान समय पर करें।
- लोन रीपेमेंट हिस्ट्री पर ध्यान दें: पहले से चले आ रहे लोन को चुकाने का प्रयास करें ताकि नए लोन के लिए आपका स्कोर बेहतर बना रहे।
- क्रेडिट यूटिलाइजेशन कम रखें: अपने क्रेडिट कार्ड का यूटिलाइजेशन 30% से कम रखें।
- पुराने लोन सेटल करें: यदि कोई पुराना लोन बकाया है, तो उसे सेटल करें।
- क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें: समय-समय पर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को चेक करें और किसी भी गलती को सुधारने के लिए कदम उठाएं।
निष्कर्ष
Loan डिफॉल्ट होने पर CIBIL Score का खराब होना स्वाभाविक है, और इसे सुधारने में समय लगता है। सही कदम उठाने पर इस स्कोर को बेहतर किया जा सकता है। नए नियम और सुधार के उपायों के साथ, अब उपभोक्ताओं के पास अपने CIBIL Score को बेहतर बनाने के अधिक अवसर हैं।